बिहार में एनडीए की रैली तीन मार्च को है। एनडीए में शामिल तमाम घटक दल इसकी तैयारी में जुट गए हैं। इसे लेकर बिहार में रथ भी निकाले जा चुके हैं। रथ के माध्यम से नेता लोगों को रैली में आने के लिए न्यौता दे रहे हैं। ऐसे में एनडीए में शामिल लोजपा की व्यस्तता स्वाभाविक रूप से पटना के गांधी मैदान में होने वाली रैली को लेकर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उक्त रैली के माध्यम से बिहार में चुनावी अभियान का विधिवत आगाज करेंगे। लेकिन पार्टी के दिग्गज चाहते हैं कि रैली से पहले लोजपा कोटे की छह में तीन सीटें नवादा, खगड़िया और वैशाली पर आधिकारिक रूप से मुहर लग जाए।
खगड़िया, नवादा और वैशाली की जंग काफी दिलचस्प है। पिछली बार खगड़िया और वैशाली से उसकी जीत हुई थी। खगड़िया के लोजपा सांसद साथ नहीं हैं। इसके बावजूद लोजपा खगड़िया की सीट नहीं छोड़ेगी।
खगड़िया की लड़ाई इस मायने में भी दिलचस्प हो गई है कि महागठबंधन वहां से मुकेश सहनी को उतारने की योजना में है। खगड़िया पर एनडीए के स्तर पर फैसला बाकी है। इसलिए लोजपा की तैयारी प्रत्यक्ष रूप से नहीं दिख रही है।
एनडीए के अंदर यह लगभग तय है कि मुंगेर सीट छोड़ने के एवज में लोजपा को नवादा की सीट मिल रही है। मुंगेर की सांसद वीणा देवी वहां से लोजपा की प्रत्याशी होंगी। पर, बीच में वहां के भाजपा सांसद व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने यह कहकर थोड़ी अड़चन पैदा कर दी कि वे नवादा छोड़ कहीं और से नहीं लड़ेंगे।
वैशाली में रामा सिंह इस बार लोजपा के प्रत्याशी नहीं होंगे। वैशाली सीट लोजपा के खाते में इस बार आएगी या नहीं, यह भी अभी तय नहीं हो पाया है।
एनडीए की गांधी मैदान में होने वाली रैली के सिलसिले में लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान और संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान 26 से पटना में कैंप करेंगे। तैयारियों की मॉनीटरिंग इनके स्तर से की जाएगी। अभी हाल ही में सभी जिला व प्रकोष्ठ के अध्यक्षों के साथ लोजपा ने इस रैली के सिलसिले में बैठक की थी।
गौरतलब है कि पटना में तीन मार्च को एनडीए की रैली है। इसे लेकर बीजेपी समेत जदयू व लोजपा की ओर से भी व्यपाक तैयारी की जा रही है। पिछले दिनों जदयू कार्यालय की ओर से बिहार में रथ भी निकाला गया है। इस रथ के माध्यम से भी लोगों को रैली में आने के लिए न्यौता दिया जा रहा है। इसके साथ ही बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी खुद भी विभिनन जिलों में घूम रहे हैं। वहीं बीजेपी के भी तमाम मंत्री व नेता अपने-अपने स्तर से प्रचार-प्रसार में लगे हुए हैं।